Sunday, 9 January 2022

DR.N.N.KANNAPPAN. MADURAI

FROM DR.N.N.KANNAPPAN. MADURAI. 

*डॉक्टर एन. एन. कन्नपन.मदुरै से*

Important Message for all

*सभी के लिए महत्वपूर्ण मेसेज।*

The hot water you  
drink is good for your throat. 
*गर्म पानी जो आप पीते हैं वह आपके गले के लिए अच्छा है।*
But this Corona virus is hidden behind the Paranasal sinus of your nose for 3 to 4 days. 
*लेकिन यह कोरोना वायरस आपकी नाक के परानासल साइनस के पीछे 3 से 4 दिनों तक छिपा रहता है।*
The hot water we 
drink does not reach there. 
*गर्म पानी जो हम पीते हैं वहां तक नहीं पहुंचता है।*
After 4 to 5 days  this virus that was hidden behind the  
paranasal sinus reaches your lungs.
*4 से 5 दिनों के बाद यह वायरस जो परानासल साइनस के पीछे छिपा हुआ था आपके फेफड़ों तक पहुंचता है।*
Then you have trouble breathing.
*तब आपको सांस लेने में परेशानी होगी।*
That's why it is very important to take steam, 
*इसलिए भाप लेना बहुत जरूरी है।*
Which reaches the back of your Paranasal sinus.
*जो आपके परानासल साइनस के पीछे पहुंचता है।*
You have to kill this virus in the nose with steam.
*आपको इस वायरस को भाप से नाक में मारना है।*
At 50°C, this virus becomes disabled i.e. paralyzed. 
*50° C पर, यह वायरस निष्क्रिय हो जाता है यानी लकवाग्रस्त हो जाता है।*
At 60°C this virus becomes so weak that any human immunity system can fight against it.
*60°C पर यह वायरस इतना कमजोर हो जाता है कि कोई भी मानव प्रतिरक्षा सिस्टम इसके खिलाफ लड़ सकता है।*
At 70°C this virus dies completely.
*70 ° C पर यह वायरस पूरी तरह से मर जाता है।*
This is what steam does. 
*यही है जो भाप करता है।*
The entire Public Health Department knows this.
*पूरा जनता स्वास्थ्य विभाग यह जानता है।*
But everyone wants to take    advantage of this Pandemic. 
*लेकिन हर कोई इस महामारी का लाभ  लेना चाहता है।*
So they don't share this information openly.
*इसलिए वे इस जानकारी को खुले तौर पर साझा नहीं करते हैं।*
One who stays at home should take steam once a day. 
*जो घर पर रहता है उसे दिन में एक बार भाप लेनी चाहिए।*
If you go to the market to buy Groceries vegetables etc. take it twice a day.
*अगर आप किराने का सामान, सब्जियां आदि खरीदने के लिए बाजार जाते हैं तो इसे दिन में दो बार लें।*
Anyone who meets some people or goes to office should take steam 3 times a day.  
*जो लोग किसी से मिलते हैं या कार्यालय जाते हैं उन्हें दिन में 3 बार भाप लेनी चाहिए।* 
                   
 Steam week

*भाप लेने का हफ्ता।*
According to doctors, 
Covid -19 can be killed by inhaling steam from the nose and mouth, eliminating the Coronavirus.  
*डॉक्टरों के अनुसार, कोविड -19 भाप लेने के द्वारा नाक और मुंह से मारा जा सकता है, कोरोनावायरस को खत्म किया जा सकता है।*
If all the people started a steam drive campaign for a week, 
*अगर सभी लोग एक सप्ताह के लिए स्टीम ड्राइव अभियान शुरू किया।*
the pandemic will soon end. 
*जल्द ही महामारी खत्म हो जाएगी।*
So here is a suggestion: 
*तो यहाँ एक सुझाव है:-*
Start the process for a week from morning and evening, for just 5 minutes  each time, to inhale steam.  
*एक सप्ताह के लिए प्रक्रिया शुरू करें सुबह और शाम, सिर्फ 5 मिनट के लिए हर बार, भाप सांस लें।*
If we all adopt this practice for a week  the deadly 
*यदि हम सभी एक सप्ताह के लिए इस अभ्यास को अपनाते हैं।*
Covid-19 will be erased.
*तो घातक कॉविड–19 साफ हो जाएगी।*
This practice has no side effects & doesn't cost anything either.
*इस अभ्यास का कोई साइड इफेक्ट नहीं है और इसमें कुछ भी खर्च नहीं होता है।*
So please send this message to all your Loved Ones, relatives, friends and neighbours, 
*इसलिए कृपया इस संदेश को अपने सभी प्रियजनों को भेजें लोगों, रिश्तेदारों, दोस्तों और पड़ोसियों, सब को भेजे।*
So that we all can kill this Corona virus together and live and walk freely in this beautiful world.
*ताकि हम सभी एक साथ इस कोरोना वायरस को मार सकें और इस खूबसूरत दुनिया में स्वतंत्र रूप से जी और चल सके।..........*

👍👍👍👍👍👍👍

Sunday, 2 January 2022

जय श्री राम

■ जब रावण ने जटायु के दोनों पंख काट डाले... तो काल आया !!

और जैसे ही काल आया तो गिद्धराज जटायु ने मौत को ललकार कहा "खबरदार ! ऐ मृत्यु ! आगे बढ़ने की कोशिश मत करना...मैं मृत्यु को स्वीकार तो करूँगा... लेकिन तू मुझे तब तक नहीं छू सकती...जब तक मैं सीता जी की सुधि प्रभु "श्रीराम" को नहीं सुना देता...!

मौत उन्हें छू नहीं पा रही है...काँप रही है खड़ी हो कर...मौत तब तक खड़ी रही, काँपती रही... यही इच्छा मृत्यु का वरदान जटायु को मिला।

किन्तु महाभारत के भीष्म पितामह छह महीने तक बाणों की शय्या पर लेट करके मौत का इंतजार करते रहे...आँखों में आँसू हैं...रो रहे हैं...भगवान मन ही मन मुस्कुरा रहे हैं...!

कितना अलौकिक है यह दृश्य...रामायण मे जटायु भगवान की गोद रूपी शय्या पर लेटे हैं...! प्रभु "श्रीराम" रो रहे हैं और जटायु हँस रहे हैं...!!

वहाँ महाभारत में भीष्म पितामह रो रहे हैं और भगवान "श्रीकृष्ण" हँस रहे हैं...भिन्नता प्रतीत हो रही है कि नहीं...? 

अंत समय में जटायु को प्रभु "श्रीराम" की गोद की शय्या मिली...!

लेकिन भीष्म पितामह को मरते समय बाण की शय्या मिली....!

जटायु अपने कर्म के बल पर अंत समय में भगवान की गोद रूपी शय्या में प्राण त्याग रहे है....प्रभु "श्रीराम" की शरण में....और बाणों पर लेटे लेटे भीष्म पितामह रो रहे हैं.... !

ऐसा अंतर क्यों...?

ऐसा अंतर इसलिए है कि भरे दरबार में भीष्म पितामह ने द्रौपदी की इज्जत को लुटते हुए देखा था...विरोध नहीं कर पाये थे...!

दुःशासन को ललकार देते...दुर्योधन को ललकार देते...लेकिन द्रौपदी रोती रही...बिलखती रही...चीखती रही...चिल्लाती रही... लेकिन भीष्म पितामह सिर झुकाये बैठे रहे...नारी की रक्षा नहीं कर पाये...!

उसका परिणाम यह निकला कि इच्छा मृत्यु का वरदान पाने पर भी बाणों की शय्या मिली !!

और....जटायु ने नारी का सम्मान किया...अपने प्राणों की आहुति दे दी...तो मरते समय भगवान "श्रीराम" की गोद की शय्या मिली...!

जो दूसरों के साथ गलत होते देखकर भी आंखें मूंद लेते हैं उनकी गति भीष्म जैसी होती है...और जो अपना परिणाम जानते हुए भी...औरों के लिए संघर्ष करते है, उसका माहात्म्य जटायु जैसा कीर्तिवान होता है...!!

🌹 जय श्री राम 🙏